नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बुधवार को मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहत मजदूरी बढ़ाने का ऐलान किया है। वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए अकुशल शारीरिक श्रमिकों की नई मजदूरी दरें जारी की गई हैं, जो 1 अप्रैल, 2024 से प्रभावी होंगी।
कहाँ कितनी बढ़ी मनरेगा मजदूरी
- सबसे अधिक वृद्धि गोवा में: गोवा में वर्तमान मजदूरी दर पर 10.56% की अधिकतम वृद्धि के साथ, अब मजदूरी 356 रुपये प्रति दिन हो गई है, जो पहले 322 रुपये थी।
- सबसे कम वृद्धि उत्तर प्रदेश में: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सबसे कम 3.04% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे मजदूरी 230 रुपये से बढ़कर 237 रुपये प्रति दिन हो गई है।
- उच्चतम दर हरियाणा में: हरियाणा में मजदूरी की उच्चतम दर 374 रुपये प्रति दिन तय की गई है।
- सबसे कम दर अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में: यहां मजदूरी दर 234 रुपये प्रति दिन है।
अन्य राज्यों में वृद्धि:
- कर्नाटक में 10.44% की वृद्धि के साथ नई मजदूरी दर 349 रुपये प्रति दिन हो गई है।
- आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में मजदूरी दर 10.29% बढ़कर 300 रुपये प्रति दिन हो गई है।
- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मजदूरी दर 221 रुपये से बढ़कर 243 रुपये प्रति दिन हो गई है।
कुल मिलाकर वृद्धि:
- आठ राज्यों में 5% से नीचे की वृद्धि देखी गई है। इनमें हरियाणा, असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, राजस्थान, केरल और लक्षद्वीप शामिल हैं।
- औसत मजदूरी दर 267.32 रुपये प्रति दिन से बढ़कर 285.47 रुपये प्रति दिन हो गई है, जिसमें लगभग 7% की औसत वृद्धि हुई है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, मनरेगा के तहत वर्तमान में लगभग 14.28 करोड़ सक्रिय श्रमिक हैं।
इस घोषणा से मनरेगा श्रमिकों को आर्थिक रूप से लाभ होगा और उनके जीवन स्तर में सुधार की उम्मीद है।